Dear jindagi quote
1.*मुमकिन नही....*
*हर "वक्त" मेहरबां रहे जिंदगी ....*
*कुछ "लम्हे"....*
*जीने का तजुर्बा भी सिखाते है....*
2.*बहुत शौक था मुझे सबको जोडकर रखने का,*
*होश तब आया जब खुद के वजूद के टुकडे हो गये।*
3. *पल-पल फिसल रही है* *ज़िन्दगी मुट्ठी से रेत सी*,
*और हमको वहम है कि हम*
*बडे हो रहे हैं*.!
Dear jindigi quote
Reviewed by Akhilesh Kumar Singh
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